चाँद, सूरज-सा तिरंगा
प्रेम की गंगा तिरंगा
विश्व में न्यारा तिरंगा
जान से प्यारा तिरंगा
सारे हिंदुस्तान की
बलिदान-गाथा गाएगा
ये तिरंगा आसमाँ पर
शान से लहराएगा।
शौर्य केसरिया हमारा
चक्र है गति का सितारा
श्वेत सब रंगों में प्यारा
शांति का करता इशारा
ये हरा, खुशियों भरा है
सोना उपजाती धरा है
हर धरम, हर जाति के
गुलशन को ये महकाएगा।
ये है आज़ादी का परचम
इसमें छह ऋतुओं के मौसम
इसकी रक्षा में लगे हम
इसका स्वर है वंदेमातरम
साथ हो सबके तिरंगा
हाथ हो सबके तिरंगा
ये तिरंगा सारी दुनिया
में उजाला लाएगा।
मेरी हास्य कविताएं पढने के लिए
www.kavijogihasyahungama.blogspot.com
पर जाएं
DR. SUNIL JOGI DELHI, INDIA
CONTACT ON - O9811005255
www.kavisuniljogi.com
www.hasyakavisammelan.com
kavisuniljogi@gmail.com
सोमवार, 8 अक्टूबर 2007
तब याद तुम्हारी
जब शामो-सहर के आँगन में
हर साल बहारें आती हैं
जब काली घटा के दामन में
बगुलों की कतारें आती हैं
तब याद तुम्हारी आती है
बड़ी देर मुझे तड़पाती है।
जब पायल की झंकार बजे
जब होंठ पे कोई राग सजे
जब पंछी गीत सुनाते हैं
सरवर में कमल मुस्काते हैं
तब याद तुम्हारी आती है
बड़ी देर मुझे तड़पाती है।
जब तारे टिम-टिम करते हैं
परबत से झरने झरते हैं
जब नदिया कल-कल करती है
जब चाँदनी आहें भरती है
तब याद तुम्हारी आती है
बड़ी देर मुझे तड़पाती है।
जब आँख में सपने पलते हैं
अरमान मचलने लगते हैं
जब रात सँवरने लगती है
तन्हाई डरने लगती है
तब याद तुम्हारी आती है
बड़ी देर मुझे तड़पाती है।
मेरी हास्य कविताएं पढने के लिए
www.kavijogihasyahungama.blogspot.com
पर जाएं
DR. SUNIL JOGI DELHI, INDIA
CONTACT ON - O9811005255
www.kavisuniljogi.com
www.hasyakavisammelan.com
kavisuniljogi@gmail.com
हर साल बहारें आती हैं
जब काली घटा के दामन में
बगुलों की कतारें आती हैं
तब याद तुम्हारी आती है
बड़ी देर मुझे तड़पाती है।
जब पायल की झंकार बजे
जब होंठ पे कोई राग सजे
जब पंछी गीत सुनाते हैं
सरवर में कमल मुस्काते हैं
तब याद तुम्हारी आती है
बड़ी देर मुझे तड़पाती है।
जब तारे टिम-टिम करते हैं
परबत से झरने झरते हैं
जब नदिया कल-कल करती है
जब चाँदनी आहें भरती है
तब याद तुम्हारी आती है
बड़ी देर मुझे तड़पाती है।
जब आँख में सपने पलते हैं
अरमान मचलने लगते हैं
जब रात सँवरने लगती है
तन्हाई डरने लगती है
तब याद तुम्हारी आती है
बड़ी देर मुझे तड़पाती है।
मेरी हास्य कविताएं पढने के लिए
www.kavijogihasyahungama.blogspot.com
पर जाएं
DR. SUNIL JOGI DELHI, INDIA
CONTACT ON - O9811005255
www.kavisuniljogi.com
www.hasyakavisammelan.com
kavisuniljogi@gmail.com
सदस्यता लें
संदेश (Atom)